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समाज को एकता के सूत्र में पिरोने का समय: एक चैंपियन लीडर की कहानी

7th June 2022 |

समाज को एकता के सूत्र में पिरोने का समय: एक चैंपियन लीडर की कहानी


छोटी सी उम्र में इतना क्षेत्र का अनुभव हासिल करना और परिवार की परिस्थियों को समाधान
वाकई में अन्य समाज चैंपियंस के लिए एक प्रेरणा है।
छोटे से शहर से दिल्ली आकर लोगों को पढ़ते, सम्भलते और कामियाब होते सुना होगा आप लोगो ने, कुछ ऐसी ही है नेहा निषाद की कहानी , नेहा – एक सामाजिक चैंपियन की जिंदगी शुरू हुई। अपने परिवार से पहली महिला ने चाहा की वो वापस दिल्ली आकर पढ़ सके और अपने परिवार का नाम बढ़ा सके । इस मामले में परिवार वालों ने बहुत साथ दिया, क्योंकि 10वीं कक्षा तक की मेरी स्कूली शिक्षा दिल्ली से हुई, तो मुझे दिल्ली विश्वविद्यालय से बीo एo इतिहास गणित विषय के साथ पढ़ने के लिए प्रोत्साहन किया और दिल्ली में काम करने पर कोई रोक नहीं लगाई ।

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नेहा निषाद: हेल्पलाइन कॉलर, शिक्षा सहयोगी, आईoएo इन्टर्न से लेकर फुल टाइम कर्मचारी तक का सफर
नेहा, के अंदर समाज सेवा करने की इच्छा बहुत पहले से थी। उन्होंने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझा और उसके हित में कुछ करने को ठान लिया । नेहा का पहला सामाजिक कार्य अनुभव था जब वो कुछ कमजोर परिवारों के बच्चों से जुडी, जहां उनके पढ़ने की क्षमता को समझा और उन्हे पढ़ाया। 15 दिन के इस अनुभव को नेहा आज भी याद करती है तो उन्हें एक प्रेरणा मिलती है की ” समाज के हर छोटे बड़े समस्या का हल हम सब में ही है”।

इंडस एक्शन से जुड़ने का कारण – समाज के प्रति निष्ठा और सेवा को ही मानती है। 2018 में नेहा ने – गायत्री (इंडस एक्शन में पूर्व कर्मचारी) के कहने पर हेल्पलाइन कॉलर के रूप में इंडस एक्शन के दिल्ली आरoटीoईo अभियान में स्वयंसेवा किया। अन्य महिलाओं के साथ नेहा ने आरoटीoईo अभियान की कॉलर ट्रेनिंग ली, मेरा काम लोगों को जानकारी देना था। जिनके दस्तावेज़ पूरे नहीं होते थे, उनको जानकारी देकर उनके दस्तावेजों को पूरा करवाना और जिनके दस्तावेज पूरे होते थे, उनको उनको जानकारी देती थी की वो कैसे आरoटीoईo फॉर्म को भरवा सकते है। आरoटीoईo के दाखिले की प्रतिक्रिया में मन लगाकर अपना योगदान दिया। इस योगदान को इंडस एक्शन ने नजर अंदाज़ नहीं किया। हमें उस समय जो भुगतान मिलता था, वों मेरे लिए काफी मददगार साबित हुई क्युकी मुझे कुछ क्लास और कोर्स भी करना था जिसके लिए पैसे की बहुत आवश्यकता थी इंडस एक्शन में मेरे व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास का पूरा पूरा ध्यान रखा गया।
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पर समाज सेवा को अपना कर्म मान कर चलने पर घर से समर्थन मिलना थोड़ा मुश्किल होता है। “2019 में जब मैंने ये कार्य शुरू किया था तब मैं अपने मामा के यहाँ रहती थी। मेरे घर से ऑफिस काफी दूरी पर था, लेकिन मामा और मामी के समर्थन से मैं ये काम कर पाई।”
23 वर्ष की उम्र में नेहा ने कॉलिंग असिस्टेंट के रूप से आरoटीoईo 12.1.सी धारा के हित में कार्य करना शुरू किया। जब नेहा इस अभियान के साथ जुडी थी, तो उन्हे धारा 12.1.c. की इतनी समझ नहीं थी। नेहा का ये सबसे पहला काम होने के नाते, वह बताती हैं की आरoटीoईo अभियान उनके बेहद करीब है, क्योंकि इस अभियान को उन्होंने 5 राज्य (आरoटीoईo हेल्पलाइन कॉलर ) में किया था प्राइवेट स्कूल की शिक्षा को मुफ्त में दिलाने की बातें कागज तक नहीं सीमित थी । “बच्चो को मुफ्त और गुणवत्ता की शिक्षा दिलवाने का काम बहुत ही नेक लगा। जब नीचले वर्ग के परिवार, बच्चों के माता-पिता का नाम लॉटरी में आता था,और वो हमें कॉल करके धन्यवाद अदा करते थे।”
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नेहा निषाद इंडस एक्शन में आज एक फुल टाइम कर्मचारी है। हेल्पलाइन कॉलर, शिक्षा सहयोगी, आईoएo इन्टर्न से लेकर आज तक का सफर, एक सीखने की प्रक्रिया का पूरा चक्र रहा है। स्किल को हर रोल और जिम्मेदारी के लिए बदला गया। कभी एक्सेल शीट और डेटा एंट्री, तो कभी स्कूलों में प्रवेश फॉर्म जमा करना, तो कभी विभाग के चक्कर में पात्र परिवारों के लिए दस्तावेज प्राप्त करना। नेहा ने अपने विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी।
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समुदायों और परिवारों के साथ नेहा
लॉक-डाउन के वक्त जब एडमिशन प्रक्रिया नहीं थी तब नेहा ने इंडस एक्शन के साथ इंटर्नशिप भी किया| इंडस एक्शन की अन्विता और क्रिस ने उसे अपनी क्षमता का परीक्षण करने में मदद की। नेहा COVID रैपिड रिस्पांस में एक चैंपियन/लीडर रह चुकी है उन्होंने दिल्ली में गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के टीकाकरण कार्यक्रम को संभाला, कमजोर परिवारों के लिए कैंप की स्थापना की, जहां राशन वितरण किया जाता था।
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कोविड रैपिड रिस्पांस प्रोग्राम के तहत लॉकडाउन में नागरिकों की सहायता करने वाले चैंपियन नेता की झलक
लॉकडाउन के बाद, दिल्ली के बीoओoसीoडब्ल्यूo – मजदूरों का श्रमिक कार्ड बनाना और अन्य योजनाओं के लाभ दिलाने में नेहा जुडी हुई है। छोटी सी उम्र में इतना क्षेत्र का अनुभव हासिल करना और परिवार की परिस्थियों को समाधान वाकई में अन्य समाज चैंपियंस के लिए एक प्रेरणा है।
नेहा समाज के हित में काम करने का जाना माना नाम (सभी ज्ञात सामाजिक कार्यकर्ताओं के बीच एक जाना माना नाम) बनाने की इच्छा रख कर भविष्य की ओर तेजी रफ्तार से बड़ी चली जा रही हैं इंडस एक्शन ऐसे चैम्पिंस को सलाम करता है और उनकी आकांक्षाओं में एक भाग होने की खुशी व्यक्त करता है |
नेहा निषाद द्वारा ब्लॉग लेखन और संदीप शर्मा द्वारा अनुवाद

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